वायर्ड संचार तंत्र (Wired Communication System)-
- Wired Communication System तीन प्रकार के होते हैं। जैसे-
- 1. युग्मित तार (Twisted Pair)
- 2. समअक्षीय तार (Co Axial Cable)
- 3. प्रकाशीय तंतु Optical Fiber
1. युग्मित तार (Twisted Pair)-
- युग्मित तार को ताँबे की तारों (Copper Wires) को परस्पर लपेट कर बनाया जाता है। ताकि युग्मित तार में क्रॉस टॉक (Cross Talk) की समस्या उत्पन्न न हो।
- युग्मित तार में अनुरूप संकेत (Analog Signals) प्रवाहित किए जाते हैं।
- युग्मित तार की क्षमता सीमित (Limited Capacity) होती है।
- युग्मित तार की ट्रांसमिशन दर समीति होती है। जैसे- 1-10 mbps
- युग्मित तार अल्प दूरी के संचार (Short Distance Communication) के लिए उपयुक्त होता है।
- युग्मित तार अपेक्षाकृत सस्ता (Comparatively Cheaper) होता है।
- युग्मित तार के उदाहरण- LAN केबल (LAN Cable)
2. समअक्षीय तार (Co Axial Cable)-
- समअक्षीय तार एक ताँबे (Copper Wire) का तार होता है।
- समअक्षीय तार में अनुरूप (Analog Signal) व अंकीय (Digital Signal) दोनों प्रकार के संकेत प्रवाहित किये जा सकते हैं।
- समअक्षीय तार की क्षमता अपेक्षाकृत अधिक (Comparatively High) होती है।
- समअक्षीय तार की ट्रांसमिशन दर (Transmission Rate) अपेक्षाकृत उच्च (Comparatively High) होती है। जैसे- 400 mbps
- समअक्षीय तार सीमित दूरी के संचार (Limited Distance Communication) के लिए उपयुक्त होता है।
- समअक्षीय तार की लागत प्रकाशीय तंतु (Optical Fiber) की तुलना में अपेक्षाकृत कम (Cost Effective) होती है।
- समअक्षीय तार का उदाहरण- टीवी केबल तार (TV Cable Wire)
3. प्रकाशीय तंतु (Optical Fiber)-
- प्रकाशीय तंतु सिलिका (Silica) या कांच (Glass) या प्लास्टिक (Plastic) से बना होता है।
- प्रकाशीय तंतु में प्रकाश के रूप में डिजिटल सिग्नल (Digital Signals) प्रवाहित (Transmitted) होते हैं।
- प्रकाशीय तंतु प्रकाश के पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection of Light) के सिद्धांत पर कार्य करता है।
- प्रकाशीय तंतु ताँबे के तार से 100 गुना अधिक सूचनाएं प्रसारित कर सकता है।
- प्रकाशीय तंतु ताँबे के तार की तुलना में 25 गुना हल्का (Lighter) होता है।
- प्रकाशीय तंतु ताँबे के तार की तुलना में 10 गुना कर स्थान घेरता है।
- ऑप्टिकल फाइबर में डाटा संचरण की गणवत्ता (Quality) तथा दर उच्च होती है।
- प्रकाशीय तंतु का उपयोग लंबी दूरी के संचार के लिए किया जा सकता है क्योंकि प्रकाशीय तंतु में ऊर्जा का ह्रास (Energy Loss) नगण्य (Negligible) होता है।
- प्रकाशीय तंतु की लागत अपेक्षाकृत अधिक (Comparatively Costly) होती है।
प्रकाशीय तंतु की संरचना (Structure of Optical Fiber)-
- 1. कोर (Core)
- 2. क्लैडिंग (Cladding)
- 3. बफर (Buffer)
- 4. बाह्य आवरण (Outer Jacket)
1. कोर (Core)-
- कोर प्रकाशीय तंतु का सबसे भीतरी हिस्सा होता है जिसमें सिग्नल प्रसारित होता है।
- प्रकाशीय तंतु का कोर भाग कांच (Glass) या प्लास्टिक (Plastic) से बना होता है।
- कोर का अपवर्तनांक (Refractive Index) क्लैडिंग (Cladding) से अधिक होता है इसलिए प्रकाशीय संकेत का पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection) संभव हो पाता है।
- क्लैडिंग प्रकाशीय तंतु में कोर के ऊपर का भाग होता है जिसका अपवर्तनांक कम घनत्व (Less Density) के कारण कोर से कम होता है।
- क्लैडिंग प्रकाश को पुनः कोर में परावर्तित (Reflects) कर देता है।
3. बफर (Buffer)-
- बफर प्रकाशीय तंतु में कोर और क्लैंडिग (Cladding) को अन्य भागों से अलग करता है।
4. बाह्य आवरण (Outer Jacket)-
- बाह्य आवरण प्रकाशीय तंतु का सबसे बाहरी भाग (Outer Most Layer) होता है जो प्रकाशीय तंतु को बाहरी आघातों (Outer Damages) से बचाता है।
प्रकाशीय तंतु के उपयोग (Uses of Optical Fiber)-
- सूचना के संचार में (In Transmission of Information)
- एंडोस्कोपी और लेजर थेरेपी में (In Endoscopy and Laser Therapy)
- सजावट के सामान में (In Decorative Items)
महत्वपूर्ण लिंक (Important Link)-