दूरसंचार तकनीकी (Telecommunication Technology)

दूरसंचार प्रौद्योगिकी (Tele-Communication Technology)-

  • सूचना (Information)
  • संचार (Communication)
  • दूर संचार तकनीक (Telecommunication Technology)


सूचना (Information)-

  • सार्थक (Meaningful) और प्रसंस्कृत आंकड़ों (Processed Data) को सूचना कहा जाता है।


संचार (Communication)-

  • सूचना का एक स्थान से दूसरे स्थान तक संप्रेषण (Transmission) संचार कहलाता है।


दूर संचार तकनीक (Tele Communication Technology)-

  • ऐसी तकनीक जिससे कम समय (Short Time) में लम्बी दूरी (Long Rang) तक सूचनाओं का विश्वसनीय (Reliable) संप्रेषण किया जा सकता है।


संचार का आधारभूत मॉडल (Basic Model of Communication)- दूरसंचार तकनीकी (Tele-Communication)-

    • (I) इनपुट सिग्नल (Input Signal)
    • (II) ट्रांसड्यूसर (Transducer)

    • (III) मॉड्यूलेटर (Modulator)
    • (IV) ट्रांसमीटर (Transmitter)
    • (V) रिसीवर (Receiver)

    • (VI) डिमॉड्यूलेटर (Demodulator)


            (I) इनपुट सिग्नल (Input Signal)-

            • इनपुट सिग्नल वह सूचना है जिसका प्रेषण (Transmitted) किया जाना है। जैसे- लिखित संदेश (Text), ध्वनि (Audio), चित्र (Picture), वीडियो (Video), अन्य फाइल (Other File)


            (II) ट्रांसड्यूसर (Transducer)-

            • ट्रांसड्यूसर वह उपकरण है जिसके माध्यम से इनपुट सिग्नल को विद्युत संकेत (Electrical Signal) या विद्युत संकेत को उसके मूल स्वरूप (Original Form) अथवा आउटपुट सिग्नल (Output Signal) में परिवर्तित किया जाता है।


            (III) मॉड्यूलेटर (Modulator)-

            • मॉड्यूलेटर विद्युत संकेत (Electric Signal) को उच्च आवृति (High Frequency) की वाहक तरंगों (Carrier Waves) पर अध्यारोपित करता है। तथा अध्यारोपण (Superimposition) की प्रक्रिया ही मॉड्यूलेशन (Modulation) कहलाती है।


            (IV) ट्रांसमीटर (Transmitter)-

            • ट्रांसमीटर में सामान्यतः एक एंटीना (Antenna) लगा होता है जिससे संकेत (Signals) को माध्यम (Medium) या चैनल (Channel) में प्रसारित (Transmits) किया जाता है।


            (V) रिसीवर (Receiver)-

            • रिसीवर में सामान्यतः एक एंटीना लगा होता है जो माध्यम या चैनल से संकेत प्राप्त (Catches Signals) करता है।


            (VI) डिमॉड्यूलेटर (Demodulator)-

            • डिमॉड्यूटर वाहक तरंगों से विद्युत संकेत (Electric Signal) को अलग करता है। इस प्रक्रिया को डिमॉड्यूलेशन (Demodulation) कहा जाता है।
            • 'मॉडेम' (Modem) नामक एक उपकरण का उपयोग मॉड्यूलेशन (Modulation) और डिमोड्यूलेशन (Demodulation) के लिए किया जाता है।


            बहुसंकेतन (Multiplexing)-

            • जब एक से अधिक इनपुट सिग्नलों (Input Signals) को जोड़कर एक आउटपुट सिग्नल (Output Signal) बनाया जाता है तो इस प्रक्रिया को बहुसंकेतन कहते हैं।
            • बहुसंकेतन के लिए मल्टीप्लेक्सर (Multiplexer) का उपयोग किया जाता है।
            • बहुसंकेतन की प्रक्रिया के व्युत्क्रम (Reverse Process) को डिमल्टीप्लेकसिंग (Demultiplexing) कहा जाता है। अर्थात् जब एक इनपुट सिग्नल से एक से अधिक आउटपुट सिग्नल बनाया जाता है तो इस प्रक्रिया को डिमल्टीप्लेकसिंग कहा जाता है।


            विद्युत संकेत के प्रकार (Types of Electric Signal)- दूरसंचार तकनीकी (Tele-Communication Technology)-

            • विद्युत संकेत दो प्रकार के होते हैं। जैसे-
            • 1. अनुरूप (Analog)
            • 2. अंकीय (Digital)


            1. अनुरूप (Analog)-

            • अनुरूप विद्युत संकेत एक सतत संकेत (Continuous Signal) है जिसमें एकाएक उतार चढ़ाव (Sudden Changes) नहीं आते हैं।
            • प्रकृति (Nature)- अनुरूप विद्युत संकेत की प्रकृति सरल (Simple) होती है।
            • गुणवत्ता (Quality)- अनुरूप विद्युत संकेत की गुणवत्ता अपेक्षाकृत कम होती है।
            • शोर (Noise)- अनुरूप विद्युत संकेत का शोर अपेक्षाकृत अधिक होता है।
            • ऊर्जा ह्रास (Energy Loss)- अनुरूप विद्युत संकेत में ऊर्जा ह्रास अपेक्षाकृत अधिक होता है।
            • प्रदर्शन (Representation)- अनुरूप विद्युत संकेत को ज्या तरंग (Sine Wave) द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।


            2. अंकीय (Digital)-

            • अंकीय विद्युत संकेत 0 और 1 के रूप में एक असतत संकेत (Discrete Signal) होता है जिसमें एकाएक उतार चढ़ाव (Sudden Changes) आते हैं।
            • प्रकृति (Nature)- अंकीय विद्युत संकेत की प्रकृति जटिल (Complex) होती है।
            • गुणवत्ता (Quality)- अंकीय विद्युत संकेत की गुणवत्ता अपेक्षाकृत उच्च होती है।
            • शोर (Noise)- अंकीय विद्युत संकेत का शोर अपेक्षाकृत कम होता है।
            • ऊर्जा ह्रास (Energy Loss)- अंकीय विद्युत संकेत में ऊर्जा ह्रास अपेक्षाकृत कम होता है।
            • प्रदर्शन (Representation)- अंकीय विद्युत संकेत को वर्ग तरंग (Square Wave) द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।


            संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System) या संचार नेटवर्क के प्रकार (Types of Communication Network)-

            • 1. होस्ट की भूमिका के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System on The Basis of Role of Host)
            • 2. माध्यम के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System on The Basis of Medium)
            • 3. परास के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System on The Basis of Range)
            • 4. क्षमता के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System on The Basis of Capacity)
            • 5. अनुमति के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System on The Basis of Access)


            1. होस्ट की भूमिका के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System on the Basis of Role of Host)

            • होस्ट (Host)- नेटवर्क से जुड़े सभी सदस्यों (Members) या उपकरणों (Devices) को होस्ट कहा जाता है।
            • भूमिका के आधार पर होस्ट दो प्रकार के होते हैं। जैसे-
            • (A) क्लाइंट (Client)- वह होस्ट जो सेवाएं प्राप्त करता है क्लाइंट कहलाता है।
            • (B) सर्वर (Server)- वह होस्ट जो सेवाएं प्रदान करता है और नेटवर्क पर नियंत्रण स्थापित करता है सर्वर कहलाता है।
            • होस्ट की भूमिका के आधार पर संचार तंत्र दो प्रकार का होता है। जैसे-
            • (I) पीयर टू पीयर संचार तंत्र (Peer to Peer Communication System)
            • (II) क्लाइंट सर्वर संचार तंत्र (Client Server Communication System)


            (I) पीयर टू पीयर संचार तंत्र (Peer to Peer Communication System)-

            •  ऐसा संचार तंत्र जिसमें कोई भी होस्ट 'क्लाइंट' (Client) और 'सर्वर' (Server) दोनों की भूमिका निभा सकता है पीयर टू पीयर संचार तंत्र कहलाता है।


            (II) क्लाइंट सर्वर संचार तंत्र (Client Server Communication System)-

            • ऐसा संचार तंत्र जिसमें कुछ निश्चित होस्ट सर्वर की भूमिका निभाते हैं और शेष होस्ट क्लाइंट की भूमिका निभाते हैं क्लाइंट सर्वर संचार तंत्र कहलाता है।
            • क्लाइंट सर्वर संचार तंत्र में सर्वर की क्षमता (Capacity) बहुत अधिक होती है और उच्च क्षमता (High Capacity) वाले ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) का उपयोग किया जाता है। जैसे- UNIX, LINUX


            2. माध्यम के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System on The Basis of Medium)-

            • माध्यम के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है। जैसे-
            • (I) वायर्ड संचार तंत्र (Wired Communication System)
            • (II) वायरलेस संचार तंत्र (Wireless Communication System)


            3. परास के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System on The Basis of Range)-

            • परास के आधार पर संचार तंत्र 4 प्रकार का होता है। जैसे-
            • (I) पर्सनल एरिया नेटवर्क (PAN)
            • (II) लोकल एरिया नेटवर्क (LAN)
            • (III) मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क (MAN)
            • (IV) वाइड एरिया नेटवर्क (WAN)


            (I) पर्सनल एरिया नेटवर्क (PAN)-

            • PAN Full Form = Personal Area Network
            • PAN का पूरा नाम = पर्सनल एरिया नेटवर्क
            • नेटवर्क (Network)- एक कमरे में उपस्थित (ICT) उपकरणों को जोड़ने वाला नेटवर्क
            • तकनीक (Technique)- ब्लूटूथ (Bluetooth), वाई-फाई (Wi-Fi), युग्मित तार (Twisted Pair), Li-Fi
            • उदाहरण- Mobile Gaming, Hotspot, Company Wi-Fi, Library Wi-Fi


            (II) लोकल एरिया नेटवर्क (LAN)-

            • LAN Full Form = Local Area Network
            • LAN का पूरा नाम = लोकल एरिया नेटवर्क
            • नेटवर्क (Network)- एक संस्थान या इमारत में उपस्थित (ICT) उपकरणों को जोड़ने वाला नेटवर्क
            • तकनीक (Technique)- वाई-फाई (Wi-Fi), समअक्षीय तार (Co-Axial Cable)
            • उदाहरण- सचिवालय (Secretariat) का Sec-LAN, College's Wi-Fi


            (III) मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क (MAN)-

            • MAN Full Form = Metropolitan Area Network
            • MAN का पूरा नाम = मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क
            • नेटवर्क (Network)- एक शहर में उपस्थित (ICT) उपकरणों को जोड़ने वाला नेटवर्क
            • तकनीक (Technique)- Wi-Max, Co-Axial Cable, Space Wave Communication
            • उदाहरण- Network Created by Connecting ATM's, Branches of Any Bank, Cable TV Network


            (IV) वाइड एरिया नेटवर्क (WAN)-

            • WAN Full Form = Wide Area Network

            • WAN का पूरा नाम = वाइड एरिया नेटवर्क
            • नेटवर्क (Network)- किसी विस्तृत भू-भाग (राज्य, देश, अंतरमहाद्वीपीय) में उपस्थित (ICT) उपकरणों को जोड़ने वाला नेटवर्क
            • तकनीक (Technique)- Optical Fiber, अंतरिक्ष तरंग संचार (Sky Wave Communication, Satellite Communication
            • उदाहरण- BharatNET, RAJSWAN, FLAG (Fiber Optic Link Around Globe)


            4. क्षमता के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System on The Basis of Capacity)-

            • क्षमता के आधार पर संचार तंत्र के तीन प्रकार है। जैसे-

            • (I) बेसबैंड (Baseband)
            • (II) वॉयसबैंड (Voiceband)
            • (III) ब्रॉडबैंड (Broadband)


            (I) बेसबैंड (Baseband)-

            • बेसबैंड (Baseband) की क्षमता सबसे कम होती है।

            • बेसबैंड (Baseband) से एक समय में एक ही सिग्नल भेजा जा सकता है।


            (II) वॉयसबैंड (Voiceband)-

            • वॉयसबैंड (Voiceband) की क्षमता सीमित होती है।

            • वॉयसबैंड (Voiceband) से केवल ध्वनि संकेत भेजे जा सकते हैं।


            (III) ब्रॉडबैंड (Broadband)-

            • ब्रॉडबैंड (Broadband) की क्षमता उच्च होती है।

            • ब्रॉडबैंड (Broadband) से सभी प्रकार के संकेत भेजे जा सकते हैं।


            5. अनुमति के आधार पर संचार तंत्र के प्रकार (Types of Communication System on The Basis of Access)-

            • अनुमति के आधार पर संचार तंत्र 3 प्रकार का होती है। जैसे-
            • (I) इंटरनेट (Internet)
            • (II) इंट्रानेट (Intranet)
            • (III) एक्सट्रानेट (Extranet)


            (I) इंटरनेट (Internet)

            • नेटवर्क (Network)- इंटरनेट एक वैश्विक स्तर (Global Level) का खुला नेटवर्क (Open Network) है जो बहुत से नेटवर्क को जोड़कर बनता है।
            • अनुमति (Permission)- इंटरनेट से जुड़ने के लिए विशेष अनुमति (Special Permission) की आवश्यकता नहीं होती है।
            • उदाहरण (Example)- इंटरनेट (Internet)


            (II) इंट्रानेट (Intranet)-

            • नेटवर्क (Network)- इंट्रानेट सीमित उपकरणों (Limited Devices) को जोड़ने वाला एक बंद नेटवर्क (Closed Network) होता है।
            • अनुमति (Permission)- इंट्रानेट से जुड़ने के लिए विशेष अनुमति (Special Permission) की आवश्यकता होती है।
            • उदाहरण (Example)- Raj VC (G2G), Sec-LAN


            (III) एक्सट्रानेट (Extranet)-

            • नेटवर्क (Network)- एक्सट्रानेट एक व्यक्तिगत नेटवर्क (Personal Network) होता है जिसका कुछ भाग खुले नेटवर्क (Open Network) के रूप में होता है तथा कुछ भाग बंद नेटवर्क (Closed Network) के रूप में होता है।
            • अनुमति (Permission)- 
            • उदाहरण (Example)- Flipkart, Sampark Portal


            महत्वपूर्ण लिंक (Important Link)-

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