जैविक हथियार (Biological Weapons)

जैविक हथियार (Biological Weapons)- रक्षा प्रौद्योगिकी (Defence Technology)

  • जैविक हथियार (Biological Weapons)
  • जैविक हथियारों के प्रकार (Types of Biological Weapons)


जैविक हथियार (Biological Weapons)-

  • वे हथियार जो किसी हानिकारक जैविक घटक जैसे- रोगजनक सूक्ष्मजीव (Pathogenic Micro-organism) या न्यूरोटॉक्सीन (Neurotoxin) आदि का उपयोग कर मानव स्वास्थ्य अथवा जीवन को व्यापक स्तर (Large Scale) पर हानि पहुँचाते हैं जैविक हथियार कहलाते हैं।
  • जैविक हथियार व्यापक नरसंहार के हथियार (Weapon of Mass Destruction- WMD) है।
  • जैविक हथियारों से बड़े स्तर पर मनुष्य, पशु व फसलें प्रभावित होती है।

जैविक हथियारों के प्रकार (Types of Biological Weapons)-

  • WHO व USA के स्वास्थ्य विभाग ने जैविक हथियारों को तीन भागों में वर्गीकृत किया है। (WHO and US Health Department has Classified Biological Weapons in Three Categories) जैसे-
    • (I) श्रेणी-A (Category-A)
    • (II) श्रेणी-B (Category-B)
    • (III) श्रेणी-C (Category-C)
  • WHO का पूरा नाम अंग्रेजी में = World Health Organization
  • WHO का पूरा नाम हिन्दी में = विश्व स्वास्थ्य संगठन या वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन


(I) श्रेणी-A (Category-A)-

  • श्रेणी-A के जैविक हथियार सबसे घातक जैविक हथियार (Most Dangerous Biological Weapons) है।
  • श्रेणी-A के जैविक हथियार आसानी से फैल जाते (Spreads Easily) हैं तथा बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित करते हैं।
  • श्रेणी-A के जैविक हथियार उच्च मृत्यु दर (High Mortality Rates) उत्पन्न करते हैं।
  • श्रेणी-A के जैविक हथियारों की रोकथाम के लिए विशेष प्रसायों (Special Efforts) की आवश्यकता होती है।
  • श्रेणी-A के जैविक हथियारों के उदाहरण- नोवल कोरोना (Novel Corona), एंथ्रेक्स (Anthrax), प्लेग (Plague), चेचक (Smallpox), इबोला (Ebola)


(II) श्रेणी-B (Category-B)-

  • श्रेणी-B के जैविक हथियार मध्यम तीव्रता के जैविक हथियार (Medium Capacity Biological Weapons) है।
  • श्रेणी-B के जैविक हथियार सीमित क्षेत्र में सीमित लोगों को ही प्रभावित करते हैं।
  • श्रेणी-B के जैविक हथियार मध्यम रुग्णता दर (Moderate Morbidity Rates) व निम्न मृत्यु दर (Low Mortality Rates) उत्पन्न करते हैं।
  • श्रेणी-B के जैविक हथियारों की रोकथाम के लिए विशेष प्रयासों (Special Efforts) की आवश्यकता नहीं होती है।
  • श्रेणी-B के जैविक हथियारों के उदाहरण- ब्रूसेलोसिस (Brucellosis) या माल्टा ज्वर, Q फीवर (Q-Fever), रिसिन टॉक्सिन (Ricin Toxin)


(III) श्रेणी-C (Category-C)-

  • श्रेणी-C के जैविक हथियार उभरते रोगजनक (Emerging Pathogens) है जिनका उपयोग भविष्य में बड़े पैमाने पर प्रसार के लिए किया जा सकता है।
  • श्रेणी-C के जैविक हथियारों का उत्पादन उपलब्धता व प्रसार के चलते आसानी से किया जा सकता है।
  • श्रेणी-C के जैविक हथियारों के उदाहरण- निपाह वायरस (Nipah Virus), हंता वायरस (Hanta Virus)

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