रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (Radio Frequency Identification- RFID)-
- बारकोड (Barcode), QR कोड (QR Code), मैग्नेटिक स्ट्रिप (Magnetic Strip), RFID आदि आइडेंटिफिकेशन टैग तकनीक है।
- बारकोड, QR कोड, मैग्नेटिक स्ट्रिप आदि के अंदर कुछ इनफार्मेशन छिपी होती है जिसको इसके सम्बंधित रीडर की मदद से रीड किया जाता है।
- रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन रिडियो तरगों आधारित वायरलेस आइडेंटिफिकेशन तकनीक है।
- रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन तकनीक का उपयोग स्वचालित रूप से वस्तु की पहचान या वस्तुओं को ट्रैक करने के लिए किया जाता है।
- रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन तकनीक में मुख्य रूप से दो घटक पाये जाते हैं। जैसे-
- (I) RFID टैग (RFID Tag) जिसमें इनफार्मेशन स्टोर की जाती है और एक
- (II) RFID रीडर (RFID Reader)
(I) RFID टैग (RFID Tag)-
- RFID Tag का पूरा नाम अंग्रेजी में = Radio Frequency Identification
- RFID Tag का पूरा नाम हिन्दी में = रेडियो आवृत्ति पहचान टैग (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन)
- RFID टैग में इनफार्मेशन स्टोर की जाती है।
- RFID टैग RFID System में प्रयुक्त होने वाला एक कॉम्पोनेन्ट है जिसे किसी वस्तु की ट्रैकिंग करने के लिए टैग के रूप में लगाया जाता है।
- RFID टैग के अंदर उस वस्तु के बारे में सारी आइडेंटिटी सेव रहती है जो उस आइटम की पहचान करने के काम में आता है।
- RFID टैग एक तरह का Identity Carrier होता है जो रिसीवर के कवरेज रेंज में आने पर अपनी आइडेंटिटी ट्रांसमिट करता है।
- किसी वस्तु पर लगाये गए RFID टैग को ही रिसीवर के द्वारा डिटेक्ट किया जाता है फिर उसमे मौजूद जानकारी को प्राप्त करके उस वस्तु की पहचान पता की जाती है।
- RFID टैग में डाटा सेव रहने के लिए इसके अन्दर एक छोटी सी चिप लगी होती है।
- RFID टैग का उपयोग मुख्य रूप से व्यापारिक वस्तुओं, वाहनों, जानवरों आदि को ट्रैक करने के लिए किया जाता है।
- RFID टैग मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं। (There are mainly two types of RFID tags) जैसे-
- (A) Active RFID टैग (Active RFID Tag)
- (B) Passive RFID टैग (Passive RFID Tag)
(A) Active RFID टैग (Active RFID Tag)-
- Active RFID टैग के पास अपना कार्य करने के लिए या डेटा ट्रांसमिट करने के लिए खुद की पॉवर रहती है। (Active RFID टैग पॉवर के लिए Self Dependent होता है।)
(B) Passive RFID टैग (Passive RFID Tag)-
- Passive RFID टैग के पास खुद की पॉवर सोर्स नहीं रहती है बल्कि Passive RFID टैग रिसीवर से ही आने वाली रेडियो वेव सिग्नल से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन के सिद्धांत पर पॉवर बनाती है अर्थात् Passive RFID टैग पॉवर के लिए रिसीवर पर निर्भर रहती है।
- सामान्य तौर पर ज्यादातर Passive RFID टैग का ही उपयोग किया जाता है क्योंकि Passive RFID टैग बहुत ही सस्ता, उपयोगी तथा कम खर्चीला होता है।
(II) RFID रीडर (RFID Reader)-
- RFID Reader का पूरा नाम अंग्रेजी में = Radio Frequency Identification
- RFID Reader का पूरा नाम हिन्दी में = रेडियो आवृत्ति पहचान रीडर (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन)
- RFID रीडर RFID टैग में स्टोर इनफार्मेशन को रीड करता है।
RFID की कार्यप्रणाली (Functioning of RFID)-
- RFID तकनीक AIDC (Auto Identification Data Collection) के कांसेप्ट पर कार्य करता है।
- RFID तकनीक में आइडेंटिफिकेशन के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी का सहारा लिया जाता है।
- RFID प्रणाली में दो कॉम्पोनेन्ट होते हैं। जैसे-
- (I) RFID टैग (RFID Tag)
- (II) RFID रिसीवर (RFID Receiver)
- RFID टैग के अंदर एक पतली सी इलेक्ट्रॉनिक चिप और ट्रांसमीटर एंटीना लगी होती है।
- RFID टैग में लगी चिप के अंदर इनफोर्मेशन सेव होती है और ट्रांसमीटर एंटीना इनफार्मेशन रीडिंग के दौरान चिप की डाटा को ट्रांसमिट करने का काम करता है।
- RFID में लगे रिसीवर में मुख्यतः रेडियो फ्रीक्वेंसी सिग्नल जनरेट (Radio Frequency Signal Generator) और रेडियो फ्रीक्वेंसी डिटेक्टर (Radio Frequency Detector) लगा होता है जो रेडियो वेव सिग्नल को ट्रांसमिट करता है और टैग से आ रहे डाटा को रिसीव करने का काम करता है।
- टैग से रीड किये गए डाटा को प्रोसेस करने के लिए इसके अंदर माइक्रोकंट्रोलर (Microcontroller) और सपोटिंग में छोटे-छोटे कॉम्पोनेन्ट लगे होते हैं।
- जब किसी व्यक्ति या वस्तु की आइडेंटिफिकेशन के लिए RFID तकनीक का उपयोग किया जाता है तो सर्वप्रथम उस वस्तु में RFID टैग लगाकर उससे संबंधित डाटा उसमें Encode कर दिया जाता है। फिर जहाँ भी उसके बारे में जानकारी प्राप्त करनी होती है तो उस वस्तु को RFID रिसीवर की रेंज में लाया जाता है। जैसे ही वह वस्तु रिसीवर की रेंज में आती है तो RFID टैग रिसीवर को फीडबैक देना शुरू कर देता है और रिसीवर अपने द्वारा ट्रांसमिट की गयी रेडियो फ्रीक्वेंसी की मदद से उसका सारा डाटा रीड कर लेता है और आवश्यकतानुसार उस डाटा का उपयोग किया जाता है।
RFID के अनुप्रयोग (Application of RFID)-
- 1. टोल बूथ पास (Toll Booth Pass) में जैसे- FasTag
- 2. ऑटोमोबाइल एंटी थेफ्ट प्रोटेक्शन सिस्टम में (In Automobile Anti Theft Protection System)
- 3. मॉल व बिग शॉप में इनवेंटरी के लिए पैलेट ट्रैकिंग (Pallet Tracking for Inventory at Mall, Big Shop)
- 4. एसेट ट्रैकिंग के लिए (For asset tracking)
- 5. ID कार्ड में ऑटो पासिंग के लिए (For auto passing in ID card)
- 6. मेट्रो टोकन सिस्टम में (Metro token System)
- 7. स्मार्ट कार्ड में (In smart card)
- 8. एनिमल ट्रैकिंग के लिए (For animal Tracking)