ई-गवर्नेंस के लाभ व चुनौतियां (Benefits and Challenges of E-Governance)

सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology)-

  • ई-गवर्नेंस के लाभ (Benefits of E-Governance)

    • ई-गवर्नेंस की चुनौतिया (Challenges of E-Governance)/ ई गवर्नेंस की बाधाएं ( Limitation of E-Governance)


    ई-गवर्नेंस के लाभ (Benefits of E-Governance)-

    • 1. सरकार के कार्यों में पारदर्शिता (Transparency) बढ़ती है। जैसे- ऑनलाइन आरटीआई (Online RTI= Right to Information)
    • 2. ई गवर्नेंस सरकार को अधिक जवाबदेह (Accountable) बनाता है। जैसे- जन सूचना पोर्टल (Jan Soochna Portal), सम्पर्क पोर्टल (Sampark Portal)
    • 3. ई गवर्नेंस भ्रष्टाचार (Corruption) को कम करता है। तथा सरकारी खरीद और बिर्की उचित मूल्य पर की जाती है। जैसे- ई ट्रेड (E-Trade)
    • 4. सरकार की कार्यप्रणाली में अधिक दक्षता (Efficient) आती है एवं सरकारी व्यय में कमी आती है। जैसे- डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (Direct Benefit Transfer- DBT), वीडियो कॉन्फ्रेसिंग सुविधा (RAJ VC/ Rajasthan Video Conference Facility)
    • 5. सरकारी सेवाएं दक्ष (Efficient) और प्रभावी (Effective) तरीके से नागरिकों के लिए उपलब्ध हो पाती है।
    • 6. नागरिक किसी भी समय किसी भी स्थान से सरकारी सेवा का लाभ उठा सकते हैं।
    • 7. आयोजन व निर्णयन में जनसहभागिता (Public Participation) बढ़ी है।
    • 8. सरकार के साथ नागरिकों का जुड़ाव (Connectivity) बढ़ता है जो लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त बनाता है।


    ई-गवर्नेंस की चुनौतिया (Challenges of E-Governance)/ ई गवर्नेंस की बाधाएं ( Limitation of E-Governance)-

    • 1. प्रारंभिक लागत उच्च है।
    • 2. डिजिटल बुनियादी ढांचे का कमजोर होना।
    • 3. डिजिटल साक्षरता का अभाव होना।
    • 4. प्रशिक्षित और कुशल सरकारी कर्मचारियों का अभाव होना।
    • 5. वित्त का अभाव होना।
    • 6. स्थानीय भाषा में सूचना व सेवा प्रदायगी भी एक चुनौती है।
    • 7. सुरक्षा संबंधी चिंताएं जैसे- डाटा चोरी होने से रोकना।

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