नैनो प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग (Applications of Nano Technology)

नैनो टेक्नोलॉजी के अनुप्रयोग या नैनो प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग (Applications of Nano Technology)-

  • 1. कृषि के क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग
  • 2. औद्योगिक क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग
  • 3. स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग
  • 4. सूचना और संचार के क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग
  • 5. ऊर्जा के क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग
  • 6. पर्यावरण के क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग


1. कृषि के क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग-

  • (I) नैनो पोरस जिओलाइट (Nano Porous Zeolite)
  • (II) नैनो कैप्सूल (Nano Capsule)
  • (III) नैनो सेंसर (Nano Sensors)
  • (IV) उन्नत किस्में (High Yielding Varieties- HYV)
  • (V) नैनो यूरिया (Nano Urea)


(I) नैनो पोरस जिओलाइट (Nano Porous Zeolite)-

  • नैनो पोरस जिओलाइट का उपयोग मृदा की जल धारण क्षमता को बढ़ाने में किया जा सकता है।

  • नैनो पोरस जिओलाइट का उपयोग मृदा प्रदूषकों का अवशोषण करने में किया जा सकता है।


(II) नैनो कैप्सूल (Nano Capsule)-

  • नैनो कैप्सूल का उपयोग स्मार्ट कीटनाशी (Smart Pesticide) में किया जा सकता है।

  • नैनो कैप्सूल से उपयोग से बनाये गये स्मार्ट कीटनाशी वांछित जगह पर अवांछित कीटों को ही नष्ट करेंगे।


(III) नैनो सेंसर (Nano Sensors)-

  • नैनो सेंसर का उपयोग मृदा के प्रदूषण या क्षरण के सूचक के रूप में किया जा सकता है।


(IV) उन्नत किस्में (High Yielding Varieties- HYV)-

  • नैनो तकनीक के उपयोग से उन्नत किस्मों का विकास कर पाना संभव है।


(V) नैनो यूरिया (Nano Urea)-

  • नैनो यूरिया भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (IFFCO) के द्वारा विकसित की गई है।
  • नैनो यूरिया विश्व का सबसे पहला नैनो यूरिया लिक्विड है।
  • नैनो यूरिया में उच्च दक्षता (80%) है।
  • नैनो यूरिया से न्यूनतम पर्यावरणीय दुष्प्रभाव होता है।


2. औद्योगिक क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग-

  • (I) नैनो वर्णक (Nano Pigment)
  • (II) कार्बन नैनो ट्यूब (Carbon Nano Tube- CNT)
  • (III) नैनो कंपोजिट (Nano Composite)
  • (IV) नैनो फिल्टर (Nano Filter)
  • (V) नैनो सिल्वर एंटी बैक्टीरियल (Nano Silver Anti-Bacterial)
  • (VI) कॉस्मेटिक उद्योग (Cosmetic Industry)
  • (VII) नैनो ग्लू (Nano Glue)
  • (VIII) नैनोस्निफर (Nano sniffer)

  • (IX) रिंकल फ्री एंटी-स्टेन टेक्सटाइल (Wrinkle Free Anti-Stain Textile)
  • (X) U.V. ब्लॉकिंग टेक्सटाइल (U.V. Blocking Textile)


(I) नैनो वर्णक (Nano Pigment)-

  • नैनो वर्णक का उपयोग अधिक स्थायी एवं कम हानिकारक रंगों के निर्माण में किया जा सकता है।


(II) कार्बन नैनो ट्यूब (Carbon Nano Tube- CNT)-

  • कार्बन नैनो ट्यूब का उपयोग मजबूत टेनिस रैकेट बनाने में किया जा सकता है।
  • कार्बन नैनो ट्यूब का उपयोग भूकंपरोधी इमारतों में किया जा सकता है।
  • कार्बन नैनो ट्यूब का उपयोग पवन चक्की की ब्लेड में किया जा सकता है।
  • कार्बन नैनो ट्यूब का उपयोग जल शुद्धीकरण में किया जा सकता है।


(III) नैनो कंपोजिट (Nano Composite)-

  • नैनो कंपोजिट का उपयोग फूड पैकेजिंग उद्योग में किया जा सकता है।
  • नैनो कंपोजिट का उपयोग कम्प्यूटर की चिप बनाने में किया जा सकता है।
  • नैनो कंपोजिट का उपयोग वाहनों के कलपुर्जे बनाने में किया जा सकता है। जैसे- स्क्रैच प्रूफ बम्पर, फ्यूल टैंक, इंजन आदि।


(IV) नैनो फिल्टर (Nano Filter)-

  • नैनो फिल्टर का उपयोग वाहनों से निकलने वाले धुएँ से प्रदूषणकारी सुक्ष्म कणों (Pollution Micro Particles) को फिल्टर करने के लिए किया जा सकता है।


(V) नैनो सिल्वर एंटी बैक्टीरियल (Nano Silver Anti-Bacterial)-

  • नैनो सिल्वर एंटी बैक्टीरियल का उपयोग टेक्सटाइल उद्योग में दुर्गंध रहित कपड़े बनाने में किया जा सकता है।


(VI) कॉस्मेटिक उद्योग (Cosmetic Industry)-

  • नैनो तकनीक का उपयोग कॉस्मेटिक उद्योग में किया जा सकता है।

  • नैनो तकनीक का उपयोग सनस्क्रीन क्रीम (Sunscreen Cream) बनाने में किया जा सकता है।


(VII) नैनो ग्लू (Nano Glue)-

  • नैनो तकनीक के उपयोग से नैनो ग्लू बनाया जा सकता है।

  • नैनो तकनीक से बना नैनो ग्लू उच्च ताप पर भी असरदार होता है।


(VIII) नैनोस्निफर (Nano sniffer)-

  • नैनोस्निफ टेक्नोलॉजी के द्वारा नैनोस्निफर का हुआ है।

  • नैनोस्निफर के द्वारा 10 सेकंड से भी कम समय में नैनो ग्राम मात्रा के विस्फोटकों का पता लगाया जा सकता है।
  • नैनोस्निफ माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम (Micro Electro Mechanical Systems- MEMS) पर आधारित है।


(IX) रिंकल फ्री एंटी-स्टेन टेक्सटाइल (Wrinkle Free Anti-Stain Textile)-

  • नैनो तकनीकी का उपयोग रिंकल फ्री एंटी-स्टेन टेक्सटाइल में किया जा सकता है। अर्थात् नैनो तकनीकी का प्रयोग ऐसे कपड़े बनाने में किया जा सकता है जो रिंकल फ्री हो तथा एंटी स्टेन हो।


(X) U.V. ब्लॉकिंग टेक्सटाइल (U.V. Blocking Textile)-

  • नैनो तकनीकी का उपयोग U.V. ब्लॉकिंग टेक्सटाइल में किया जा सकता है। अर्थात् नैनो तकनीकी का प्रयोग ऐसे कपड़े बनाने में किया जा सकता है जो पराबैंगनी किरणों को रोक सके।


3. स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग-

  • (I) बुद्धिमान औषधियां (Intelligent Medicine) या स्मार्ट ड्रग्स (Smart Drugs)
  • (II) नैनो तकनीक आधारित सर्जरी (Nano Technology Based Surgery)
  • (III) घाव भरना (Wound Healing)
  • (IV) Bio-नैनो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम (Bio-Nano Electro Mechanical System)
  • (V) कैंसर थेरेपी (Cancer Therapy)


(I) बुद्धिमान औषधियां (Intelligent Medicine) या स्मार्ट ड्रग्स (Smart Drugs)-

  • बुद्धिमा औषधि को टारगेटेड ड्रग डिलीवरी (Targeted Drug Delivery) भी कहते हैं।
  • स्मार्ट ड्रग्स या बुद्धिमान औषधि केवल प्रभावित ऊतकों या कोशिकाओं पर ही असर करेगी।
  • स्मार्ट ड्रग्स या बुद्धिमान दवाओं से मनुष्य के शरीर पर दुष्प्रभाव न्यूनतम होगा।
  • बुद्धिमान दवाइयों से प्रभावशीलता बढ़ेगी।


(II) नैनो तकनीक आधारित सर्जरी (Nano Technology Based Surgery)-

  • नैनो तकनीक आधारित सर्जरी से कोशिकीय स्तर पर शल्य क्रिया की जा सकेगी।

  • नैनो तकनीक आधारित सर्जरी में मनुष्य के शरीर में रक्त ह्रास (Blood Loss) एवं संक्रमण का खतरा भी नहीं होगा।


(III) घाव भरना (Wound Healing)-

  • हीमोफीलिया रोग या ब्रेन हेमरेज की स्थिति में व्यक्ति में ऐसे नैनो कण प्रविष्ट करवाए जायेंगे जो रक्त का थक्का बनाने में सहायता करेंगे।

  • नैनो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के द्वारा स्टार्च आधारित नैनो मटेरियल 'हीमोस्टेट' (Hemostat) विकसित किया गया है।


(IV) Bio-नैनो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम (Bio-Nano Electro Mechanical System)-

  • Bio-नैनो इलेक्ट्रो मैकेलिकल सिस्टम एक विशेष प्रकार के नैनो बॉटस या रोबोटस है।

  • नैनो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम प्रकार के नैनो रोबोटस को बिना चीर फाड़ के ही मनुष्य के शरीर में प्रवेश करवा कर वांछित ऊतक या कोशिका को उपचारित किया जा सकेगा।


(V) कैंसर थेरेपी (Cancer Therapy)-

  • क्वांटम डॉट्स (Quantum Dots) के द्वारा कैंसर कोशिकाओं का पता लगाया जायेगा और फिर नैनो रोबोट के द्वारा कैंसर कोशिकाओं को सटीकता से नष्ट कर दिया जायेगा।


4. सूचना और संचार के क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग-

  • (I) नैनो चिप (Nano Chip) & नैनो सर्किट (Nano Circuit)
  • (II) ग्रेफीन (Graphene) & कार्बन नैनो ट्यूब (Carbon Nano Tube- CNT)
  • (III) क्वांटम कम्प्यूटर (Quantum Computer)
  • (IV) क्वांटम लेजर (Quantum Laser)


(I) नैनो चिप (Nano Chip) & नैनो सर्किट (Nano Circuit)-

  • नैनो तकनीक का उपयोग नैनो तकनीक आधारित नैनो चिप, नैनो सर्किट बनाने में किया जा सकता  है।

  • नैनो चकनीक आधारित नैनो चिप व नैनो सर्किट का आकार छोटा होगा तथा दक्षता उच्च होगी।


(II) ग्रेफीन (Graphene) & कार्बन नैनो ट्यूब (Carbon Nano Tube- CNT)-

  • ग्रेफीन व कार्बन नैनो ट्यूब के उपयोग से फ्लेक्सिबल (Flexible), बेंडेबल (Bendable), फोल्डेबल (Foldable) इलेक्ट्रॉनिक्स उपक्रण बनाये जा सकते हैं।


(III) क्वांटम कम्प्यूटर (Quantum Computer)-

  • नैनो तकनीक का उपयोग क्वांटम कम्प्यूटर में किया जा सकता है।


(IV) क्वांटम लेजर (Quantum Laser)-

  • नैनो तकनीक का उपयोग क्वांटम लेजर में किया जा सकता है।

  • क्वांटम लेजर सामान्य लेजर की तुलना में अधिक प्रभावी और सटीक होती है।


5. ऊर्जा के क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग-

  • (I) नैनो तकनीक आधारित सोलर सेल (Nano Technology Based Solar Cell)
  • (II) सोलर पैनल (Solar Panel)
  • (III) नैनो बल्ब (Nano Bulb)

  • (IV) हाइड्रोजन का भंडारण (Storage of Hydrogen)

  • (V) एल्यूमीनियम ऑक्साइड (Aluminium Oxide)


(I) नैनो तकनीक आधारित सोलर सेल (Nano Technology Based Solar Cell)-

  • ग्रेफीन के सहायता से नैनो तकनीक आधारिक सोलर सेल का निर्माण किया जा सकता है।

  • नैनो तकनीक आधारित सोलर सेल की आवेश धारण क्षमता उच्च होती है।


(II) सोलर पैनल (Solar Panel)-

  • सोलर पैनल पर ऐसे नैनो पदार्थों की कोटिंग या पेंट किया जायेगा जो धूल व जल प्रतिकर्षी हो तथा अधिकतम सोर विकिरणों का अवशोषण करे।

  • जापान की क्योटो यूनिवर्सिटी ने ऐसे नैनो पदार्थों को विकसित किया है जो धूल व जल प्रतिकर्षी है।


(III) नैनो बल्ब (Nano Bulb)-

  • वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के वैज्ञानिकों के द्वारा LED बल्ब से भी उच्च दक्षता बाले नैनो बल्ब बनाये गये है।


(IV) हाइड्रोजन का भंडारण (Storage of Hydrogen)-

  • हाइड्रोजन को भविष्य की ऊर्जा माना जाता है।

  • हाइड्रोजन को भंडारित करने के लिए कार्बन नैनो ट्यूब का उपयोग किया जा सकता है।


(V) एल्यूमीनियम ऑक्साइड (Aluminium Oxide)-
  • एल्यूमीनियम ऑक्साइड के नैनो सिरेमिक मटेरियल का उपयोग करके सुरक्षित और सस्ते परमाणु रिएक्टर का निर्माण किया जा सकता है।


6. पर्यावरण के क्षेत्र में नैनो तकनीकी के अनुप्रयोग-

  • (I) नैनो फिल्टर (Nano Filter)
  • (II) नैनो फिल्टर (Nano Filter) व नैनो झिल्ली (Nano Membrane)
  • (III) नैनो सेंसर (Nano Sensors) या संसूचक
  • (IV) नैनो मैग्नेट्स (Nano Magnets)
  • (V) नैनो पोरस जिओलाइट (Nano Porous Zeolite)
  • (VI) TiO2 नैनो कण (Titanium Dioxide Nanoparticles)
  • (VII) पेपर टॉवल (Paper Towel) या नैनो टॉवल (Nano Towel)


(I) नैनो फिल्टर (Nano Filter)-

  • IIT मद्रास और BHU के द्वारा नैनो फिल्टर विकसित किए गये।
  • नैनो फिल्टर नैनो स्तर तक के प्रदूषक कणों के निष्पंदन या फिल्टर करने में सक्षम है।
  • नैनो फिल्टर का उपयोग वाहनों में या उद्योगों में पर्यावरण प्रदूषण को कम करने में किया जा सकता है।


(II) नैनो फिल्टर (Nano Filter) व नैनो झिल्ली (Nano Membrane)-

  • नैनो फिल्टर व नैनो झिल्ली का उपयोग जल के निष्पंदन (फिल्टर) और उपचारण में किया जा सकता है।


(III) नैनो सेंसर (Nano Sensors) या संसूचक-

  • नैनो सेसंर या संसूचक का उपयोग जल, वायु तथा मृदा में प्रदूषण के स्तर की सूचना देने किया जा सकता है।


(IV) नैनो मैग्नेट्स (Nano Magnets)-

  • नैनो मैग्नेट्स का उपयोग जल, वायु तथा मृदा से प्रदूषक कणों के निष्कर्षण (अलग करना) में किया जा सकता है।


(V) नैनो पोरस जिओलाइट (Nano Porous Zeolite)-
  • नैनो पोरस जिओलाइट का उपयोग मृदा से प्रदूषक कणों को अवशोषित करने के लिए किया जा सकता है।


(VI) TiO2 नैनो कण (Titanium Dioxide Nanoparticles)-

  • टाइटेनियम डाइऑक्साइड नैनो कण (Titanium Dioxide Nanoparticles) वायु प्रदूषण को कम करने में सहायक है।


(VII) पेपर टॉवल (Paper Towel) या नैनो टॉवल (Nano Towel)-

  • पेपर टॉवल या नैनो टॉवल पोटेशियम मैंगनीज ऑक्साइड (Potassium Manganese Oxide) के नैनो धागों से बना नैनो फैब्रिक (Nano Fabric) है।
  • नैनो टॉवल या पेपर टॉवल का उपयोग तेल का रिसाव होने पर किया जा सकता है।
  • नैनो टॉवल या पेपर टॉवल अपने वजन का 20 गुना तक तेल अवशोषित कर सकता है।

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